कम होगी और प्लांक नियम के अनुसार उर्जा भी कम होगी।
2.
अधिक होगी और प्लांक नियम के अनुसार उर्जा भी अधिक होगी।
3.
कम तरंगदैर्ध्य का मतलब है के प्रकाश के कणों में आवृत्ति (v) अधिक होगी और प्लांक नियम के अनुसार उर्जा भी अधिक होगी।
4.
आदर्श कृष्ण पिंड के लिये प्लांक नियम के अनुसार ताप और महत्तम तीव्रता के तरंगदैध्र्य के संबंध को प्रकट करनेवाला सूत्र सरलता से ज्ञात कर लिया जाता है।
5.
आदर्श कृष्ण पिंड के लिये प्लांक नियम के अनुसार ताप और महत्तम तीव्रता के तरंगदैध्र्य के संबंध को प्रकट करनेवाला सूत्र सरलता से ज्ञात कर लिया जाता है।
6.
आदर्श कृष्ण पिंड के लिये प्लांक नियम के अनुसार ताप और महत्तम तीव्रता के तरंगदैध्र्य के संबंध को प्रकट करनेवाला सूत्र सरलता से ज्ञात कर लिया जाता है।
7.
तरंगदैर्ध्य और आवृत्ति में उल्टा रिश्ता होता है-बड़े तरंगदैर्ध्य का मतलब है के प्रकाश के कणों में आवृत्ति (v) कम होगी और प्लांक नियम के अनुसार उर्जा भी कम होगी।